विश्व हिंदू परिषद सदैव अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्ष में है। किंतु हमारा संविधान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी को दूसरों की आस्था के अपमान की अनुमति नहीं देता। दुर्भाग्य से हिंदू मान्यताओं और देवी-देवताओं के प्रति हेट स्पीच देने वाले अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई नहीं होती, जिससे हिंदू समाज आक्रोशित है।
देश भर में गैर-हिंदू आस्थाओं और नेताओं को अपमानित करने वाले बयान देने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है, किंतु हिंदू देवी-देवताओं और आस्था का अपमान करने वाले अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
हाल ही में पवित्र शिवलिंग या पवित्र चिदंबरमनटराज के लिए तमाम तरह के आपत्तिजनक वक्तव्य दिए गए, किंतु कई हिंदू संगठनों की शिकायतों के बाद भी तमिलनाडु में किसी कानूनी एजेंसी ने कार्रवाई नहीं की।
सभी राज्य सरकारों से विहिप की अपील है कि हिंदू समाज की संवेदनाओं के प्रति अमर्यादित व्यवहार नहीं किया जाए। यदि राज्य सरकारें मूक दर्शक बनी रहेंगी, तो विहिप उन्हें चेतावनी देती है कि हिंदू समाज अपने गौरव की रक्षा के लिए स्वयं उठ खड़ा होगा।