हाल में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार सिन्हा को द्रौपदी मुर्मू के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। सिन्हा ने राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।
सिन्हा ने कहा कि उन्होंने अभी यह फैसला नहीं किया है कि वह अब सार्वजनिक जीवन में क्या भूमिका निभाना चाहते हैं। उन्होंने कहा , ‘‘मैं निर्दलीय रहूंगा और किसी अन्य दल में शामिल नहीं होऊंगा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह तृणमूल के नेतृत्व के संपर्क में हैं, सिन्हा ने ‘‘नहीं’’ में जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने मुझसे बात नहीं की, मैंने किसी से बात नहीं की।’’
मैं अब 84 साल का हूं, तो ये समस्याएं हैं। मुझे देखना होगा कि मैं कितने लंबे समय तक काम कर सकता हूं।’’