नई दिल्ली में आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों का नाम बदलने जैसी हरकतों में शामिल होने के बजाय, भारत-चीन सीमा क्षेत्र वास्तविक नियंत्रण रेखा के पश्चिमी क्षेत्र में बकाया मुद्दों को हल करने के लिए चीन, भारत के साथ रचनात्मक रूप से कार्य करेगा।
पैंगोंग झील पर चीन के एक पुल निर्माण की खबर पर श्री बागची ने कहा कि भारत सरकार इस पर कड़ी निगरानी रख रही है। उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण उन इलाकों में किया जा रहा है, जो करीब 60 वर्ष से चीन के अवैध कब्जे में हैं।
उन्होंने कहा कि चीन को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और भारतीय सांसद जनता के प्रतिनिधि के रूप में अपनी मान्यताओं के अनुसार गतिविधियां करते हैं।