केंद्र सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों-एमएसएमई के लिए वित्तीय रेटिंग तय करने की प्रणाली स्थापित करने की योजना बना रही है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि श्रेणी निर्धारण से बैंकों को ऋण लेने वाले उद्योगों के बारे में बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
श्री गडकरी एमएसएमई के लिए इंडियन बैंक के महाराष्ट्र मंडल व्यवसाय परामर्श कार्यक्रम शुरू करने के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मसौदा योजना में एमएसएमई का श्रेणी निर्धारण सालाना कारोबार, माल और सेवा कर रिकॉर्ड, आयकर रिकॉर्ड, निर्यात और प्रत्येक कंपनी की साख पर आधारित होगा।
श्री गडकरी ने कहा कि एमएसएमई छोटे व्यवसायों के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाओं के एकल मंच का पोर्टल विकसित करने पर काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय आगामी महीनों में देश में वैकल्पिक ईंधनों वाले वाहन शुरू होने की उम्मीद कर रहा है और इससे बैंकों के लिए वित्त पोषण का अवसर भी बढ़ेगा।