गुलाम नबी आजाद ने आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में आजाद ने कहा कि उन्होंने भारी मन से कांग्रेस के साथ पांच दशकों पुराने संबंध तोड़ने का फैसला किया है। आजाद ने कहा कि पार्टी नेतृत्व को भारत जोडो अभियान से पहले पार्टी जोडो अभियान चलाना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने पार्टी चलाने वाली मंडली के संरक्षण में इच्छाशक्ति और क्षमता खो दी है।
Congress leader Ghulam Nabi Azad severs all ties with Congress Party pic.twitter.com/RuVvRqGSj5
— ANI (@ANI) August 26, 2022
आजाद ने कहा कि कांग्रेस में कमजोरियों के बारे में बताने वाले 23 नेताओं को गाली दी गई, उन्हें अपमानित और बदनाम किया गया। कांग्रेस में स्थिति उस स्थिति पर पहुंच गई है जहां से वापसी नहीं हो सकती है। पार्टी का नेतृत्व संभालने के लिए ‘प्रॉक्सी’ का सहारा लिया जा रहा है।
आजाद ने कहा, ‘दुर्भाग्य से राहुल गांधी की राजनीति में एंट्री के बाद और विशेष रूप से जनवरी 2013 के बाद जब वे उपाध्यक्ष चुने गए। राहुल गांधी ने पार्टी में पहले से मौजूद परामर्श तंत्र को ध्वस्त कर दिया था।’