उत्तराखंड में मुख्य सचिव डॉक्टर एस. एस. संधू ने कहा कि इस समय एक-एक पल बहुत महत्वपूर्ण है और प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाना चाहिए। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को राहत शिविरों में पीने के पानी और अन्य आवश्यकताओं जैसे प्रभावित क्षेत्रों में पानी की पाइपलाइनों, सीवरों और बिजली की लाइनों की मरम्मत के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डॉक्टर संधू ने कहा कि जमीन-धंसाव को रोकने के लिए आज से ही काम शुरू किया जाए और जर्जर भवनों को जल्द गिराया जाए।
उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार शहरवासियों के साथ पूरी तरह से खड़ी है। प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाएगी। डॉक्टर रावत ने कहा कि जोशीमठ में भू-धंसाव को लेकर सरकार गंभीर है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि केंद्र सरकार ने भी इस समस्या का संज्ञान लिया है। जोशीमठ में भू-धंसाव के कारणों का विशेषज्ञ वैज्ञानिकों द्वारा अध्ययन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि समस्या का पता चलने पर सभी लोगों के सुझाव और सहमति लेकर उचित समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। प्रभावित लोगों को बेहतर सुविधाएं दी जानी चाहिए।