राष्ट्रीय राजधानी में पिछले दस वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों में 37 प्रतिशत की कमी आई है। हालांकि शहर में हिट एंड रन मामले बढकर 59 प्रतिशत हो गये हैं। 2020 में यह 51 प्रतिशत थे।
सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु पर दिल्ली परिवहन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में हिट एंड रन के 708 मामले थे। इन दुर्घटनाओं में अधिकतर पैदल चलने वालों की मौत हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में रिंग रोड बाइपास सर्वाधिक जोखिम वाला कॉरिडोर साबित हुआ।
2020 के दौरान, राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों और अन्य सड़कों ने पिछले वर्ष की तुलना में कम दुर्घटनाओं, मौतों और चोटों की सूचना मिली। इसके पिछे एक कारण ये भी देखा जा सकता है कि देश में 22 मार्च से लेकर दिसंबर 2020 तक कई महीने तक कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लगाया गया था जिसके तहत ज्यादातर लोग अपने घरों में ही रह रहे थे।