दुनिया की दो बड़ी साख निर्धारक एजेंसियों ने चेताया है कि श्रीलंका विदेशी कर्ज चुकाने की स्थिति में नहीं रहेगा। रेटिंग एजेंसी फिच ने श्रीलंका की साख को घटाते हुए कहा है कि यह देश अब कर्ज चुकाने की स्थिति में नहीं रह गया है।
एक अन्य क्रेडिट एजेंसी एस. एंड पी. ग्लोबल ने भी श्रीलंका के बारे में ऐसी ही राय जाहिर की है। उसने कहा है कि हालात बेहद खराब हो चुके हैं और इसमें सुधार की कोई गुंजाइश नहीं दिखाई दे रही है।
श्रीलंका सरकार ने कुछ दिनों पहले कहा था कि वह पिछले 70 सालों में सबसे विषम आर्थिक स्थिति से गुजर रही है और फिलहाल विदेशी कर्ज चुकाने में असमर्थ हो चुकी है।
इस बीच, व्यापक विरोध प्रदर्शनों, ईंधन और खाद्य वस्तुओं की बेतहाशा बढ़ती कीमतों और बड़े पैमाने पर बिजली आपूर्ति बाधित होने की समस्या से जूझ रहे श्रीलंका ने विदेशों में रह रहे अपने नागरिकों से आर्थिक मदद की अपील की है।