संयुक्त राष्ट्र, अमरीका और ब्रिटेन ने इस्राइल और फलीस्तीन के बीच भीषण संघर्ष में फंसे नागरिकों की सुरक्षा की अपील की है। गजा में मलबों से बच्चों को खींचकर निकाले जाने की फुटेज सार्वजनिक होने के बाद अंतरराष्ट्रीय जगत इस संघर्ष को लेकर काफी चिंता व्यक्त कर रहा है।
इस्राइल और फलीस्तीन के बीच लडाई दूसरे सप्ताह में पहुंच गयी है, लेकिन संघर्ष विराम की सम्भावना नजर नहीं आ रही है। अब तक, गजा में 61 बच्चों सहित 212 से अधिक लोग और इस्राइल में दस लोग मारे जा चुके हैं।
इस्राइल का कहना है कि गजा में मारे गए अधिकांश लोग आतंकवादी है और किसी भी नागरिक को जानबूझ कर निशाना नहीं बनाया गया, जबकि आतंकी गुट हमास ने इसका खंडन किया है।
विश्व के नेताओं और मानवाधिकार संगठनों ने लड़ाई रोके जाने और नागरिको की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा कि इस्राइल को नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा। हालांकि, प्रवक्ता ने यह भी कहा कि हमास अपनी कार्रवाई जारी रखने के लिए नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने दोनों पक्षो से संयम बरतने का आग्रह करते हुए कहा कि एक लोकतांत्रिक देश होने के नाते इस्राइल पर यह जिम्मेदारी अधिक है।
संयुक्त राष्ट्र ने भी गजा पट्टी में बुनियादी सुविधाओं के नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि चालीस स्कूल और चार अस्पताल हाल की लड़ाई में पूरी तरह तबाह कर दिए गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात कार्य प्रमुख डॉक्टर माइक रेयान ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों पर हमले तुरन्त रोके जाने चाहिए।
जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने इस्राइल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू से बातचीत की और लड़ाई रोके जाने की अपील की।
फ्रांस और मिस्र ने भी तुरन्त संघर्ष विराम की अपील की है।