जनवरी 2021 में लगभग एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए का वस्तु और सेवा कर यानी जीएसटी राजस्व संग्रह हुआ है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि जनवरी में एकत्रित सकल जीएसटी राजस्व 1 लाख 19 हजार 847 करोड़ रुपये है, जिसमें सीजीएसटी 21 हजार 923 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 29 हजार 14 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 60 हजार 288 करोड़ रुपये है, जिसमें वस्तुओं के आयात पर एकत्र 27 हजार 424 करोड़ रुपए शामिल हैं। उपकर 8 हजार 622 करोड़ रुपये है, जिसमें वस्तुओं के आयात से प्राप्त आठ अरब तिरासी करोड़ रुपए शामिल हैं। दिसंबर के महीने के लिए 31 जनवरी 2021 तक दाखिल किए गए GSTR-3B रिटर्न की कुल संख्या 90 लाख है।
पिछले पांच महीनों में जीएसटी राजस्व में वसूली के रूझान के अनुरूप, जनवरी, 2021 के महीने में राजस्व पिछले साल के इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 8 प्रतिशत अधिक है, जो अपने आप में एक लाख 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। इस महीने के दौरान, सामान के आयात से राजस्व 16 प्रतिशत अधिक रहा और सेवाओं के आयात सहित घरेलू लेनदेन से राजस्व पिछले साल के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व से 6 प्रतिशत अधिक है।
जनवरी, 2021 के दौरान जीएसटी राजस्व जीएसटी लागू होने के बाद से सबसे अधिक है और इसने पिछले महीने के रिकॉर्ड संग्रह एक लाख 15 हजार करोड़ रुपये को पार कर एक लाख 20 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। पिछले चार महीनों से जीएसटी राजस्व एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर है और यह बढ़ोतरी महामारी के बाद तेजी से बढ़ रही आर्थिक वृद्धि का स्पष्ट संकेत है। नकली-बिलिंग के खिलाफ अधिक कड़ी निगरानी, जीएसटी सहित कई स्रोतों से डेटा का उपयोग करके गहन डेटा विश्लेषण, आयकर और सीमा शुल्क आईटी प्रणालियों और प्रभावी कर प्रशासन ने भी पिछले कुछ महीनों में कर राजस्व में लगातार वृद्धि में योगदान दिया है। वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के पहले चार महीनों में जीएसटी राजस्व में वार्षिक वृद्धि औसतन 8 प्रतिशत रही है, जबकि वर्ष की पहली छमाही के दौरान यह 24 प्रतिशत घाटे में थी।
सरकार ने नियमित निपटान के रूप में आईजीएसटी से 24 हजार 531 करोड़ रुपये सीजीएसटी और 19 हजार 371 करोड़ रुपये एसजीएसटी के लिए निपटान किया है। जनवरी, 2021 के महीने में नियमित निपटान के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 46 हजार 454 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 48 हजार 385 करोड़ रुपये है।