मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि केरल में विधानसभा चुनावों की तारीख के बारे में फैसला विशु, ईस्टर और रमजान जैसे त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मतदान की तारीख तय करते समय केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और राज्य शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं को भी ध्यान में रखा जाएगा। श्री अरोडा आज तिरूअनंतपुरम में एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
निर्वाचन आयोग का दल चुनाव पूर्व तैयारियों का जायजा लेने के लिए केरल के दो दिवसीय दौरे पर है। राज्य में यह दल अब तक विभिन्न नियामक एजेंसियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों तथा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मिल चुका है।
राज्य की एलडीएफ सरकार ने निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया है कि विधानसभा चुनाव अप्रैल के दूसरे सप्ताह से पहले करा लिए जाएं। विपक्षी दल-यूडीएफ की भी यही मांग है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी मई में चुनाव कराने के पक्ष में है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि चुनाव के दौरान कोविड से संबंधित दिशा-निर्देशों का कडाई से पालन किया जाएगा।
इस बीच, राज्य सरकार ने कहा है कि वह चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए इस बार राज्य में 15 हजार अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। श्री अरोडा ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों का अनुरोध है कि राज्य की 140 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन मतदान कराया जाए।