इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो चंद्रयान-2 की असफलता के 5 साल बाद चांद पर उतरने का एक और प्रयास करने के लिए तैयार है। 14 जुलाई 2023 यानी शुक्रवार को दोपहर 2.35 बजे चंद्रयान-3 अपनी यात्रा की शुरुआत करेगा। पूरे देश के साथ-साथ विश्व की नजरें भी भारत के इस मिशन पर टिकी हुई हैं।
चंद्रयान-3 का रोवर यदि चांद पर उतरने में सफलता हासिल करता है तो भारत एलीट क्लब में शामिल होने वाला चौथा देश बन जाएगा. इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन चंद्रमा पर अपने लैंडर सफलतापूर्वक उतार चुके हैं। मगर ऐसा नहीं है कि इन देशों ने आसानी से ये सफलता हैासिल किया है।
भारत का चंद्रयान-3 अगर सफलता हासिल करता है तो भारत ऐसा चौथा देश बन जाएगा जिसने सफलतापूर्वक अपने स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा पर उतारे हैं। अमेरिका,रूस और चीन वे देश हैं जिनको इसमें सफलता मिली है। अमेरिका ने अपने अपोलो मिशन के दौरान चंद्रमा की सतह पर उतरने की सफलता हासिल की थी।
सोवियत संघ (रूस) ने लुना मिशन के माध्यम से चंद्रमा की सतह पर उतरने की सफलता हासिल की थी। लुना-2 मिशन के द्वारा 1959 में रूस पहला यान सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर पहुंचा। वहीं, चीन ने चंद्रयान-3 मिशन के माध्यम से 2019 में चंद्रमा की सतह पर यान को उतारने की सफलता हासिल की थी।











