असम में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए केवल एक दिन बाकी है। इस चरण में 44 सीटों के लिए मतदान 6 अप्रैल को होगा। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के वरिष्ठ नेता और मंत्री प्रमिला रानी ब्रहमा ने कोकराझार पूर्वी सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया।
उनकी विरोधी और यू पी पी एल नेता लारेंस इस्लेरी ने भी पर्चा भरा। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सोनोवाल मंत्रिमंडल में मंत्री सिद्धार्थ भटटाचार्य ने पूर्वी गुआहाटी सीट से जबकि असम गण परिषद के विधायक रामेन्द्र नारायण कलिता ने पश्चिमी गुआहाटी से नामांकन भरा। कांग्रेस नेता रामेन बरठाकुर ने जालुकबाडी सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले दो चरणों के लिए प्रचार अभियान जारी है।
इस बार यहां आठ चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण में 27 मार्च को 30 निर्वाचन क्षेत्रों में और दूसरे चरण में भी 30 सीटों के लिए एक अप्रैल को मतदान होगा।
तीसरे चरण में 31 विधानसभा क्षेत्रों में 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण में 10 अप्रैल को 44 सीटों के लिए, पांचवे चरण में 17 अप्रैल को 45 सीटों के लिए और छठे चरण में 22 अप्रैल 43 सीटों के लिए मतदान होगा।
सातवें चरण में 36 निर्वाचन क्षेत्रों में 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों के लिए 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। 294 सदस्यों वाली विधानसभा में 68 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 16 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
2016 में छह चरणों में हुए चुनाव में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने 211 सीटें जीतकर स्पष्ट जनादेश प्राप्त किया था, जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को 26 और भारतीय जनता पार्टी, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा तथा रिवोल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी को तीन-तीन सीटें मिली थीं। ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक को दो और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को एक सीट मिली थी। एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी चुनाव जीता था।
2011 के विधानसभा चुनावों में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने 184 सीटें जीतकर स्पष्ट जनादेश प्राप्त किया था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 42, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को 40, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक को 11 और रिवोल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी को सात सीटें मिली थीं।
गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ने तीन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी तथा निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो-दो सीटें जीती थीं। डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी(प्रबोध चन्द्र), सोशलिस्ट यूनिटी सैन्टर ऑफ इंडिया(कम्युनिस्ट) और समाजवादी पार्टी को एक-एक सीटें मिली थीं।
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का काम कल समाप्त हो जायेगा। आज नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवार काफी व्यस्त हैं। तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष एल0 मुरूगन ने धारपुरम आरक्षित सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। कांग्रेस प्रत्याशी, पूर्व सांसद बसंत कुमार के पुत्र और फिल्म अभिनेता विजय वसन्त ने कन्याकुमारी लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए अपना नामांकन भरा। वे भारतीय जनता पार्टी नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन के खिलाफ चुनाव लड रहे हैं।
केरल में विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए अब 20 दिन बाकी हैं। राज्य में चुनाव प्रचार जोर पकड रहा है। उम्मीदवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। इस बीच कल नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि है और मतपत्रों की जांच शनिवार को की जायेगी। अब तक चार सौ से अधिक उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है। उम्मीदवार इस महीने की 22 तारीख तक अपना नाम वापस ले सकते हैं।
पुद्दुचेरी विधानसभा चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने चार विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी सुखबीर सिंह ने बताया कि आयोग ने मनजीत सिंह को विशेष पर्यवेक्षक, सुश्री मधु महाजन और बी आर बालाकृष्णन को विशेष व्यय पर्यवेक्षक तथा श्री धमेन्द्र कुमार को विशेष पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
हमारे संवाददाता ने बताया है कि निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव कराने के लिए पहले ही दस व्यय पर्यवेक्षक, दस पर्यवेक्षक और चार पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं। निर्वाचन आयोग ने चुनाव में किसी पार्टी के पक्ष में प्रचार करने वाले सरकारी कर्मचारियों के विरूद्ध कडी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।