चीन के फैसले से निराश विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन-डब्‍ल्‍यू.एच.ओ. ने कोविड की उत्‍पत्ति की जांच के लिए अंतरराष्‍ट्रीय विशेषज्ञ दल को चीन के वुहान क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं देने के चीन के फैसले पर निराशा व्‍यक्‍त की है। संगठन के प्रमुख ट्रेडोस अधानोम घेब्रेयसिस ने बताया कि कोविड से सम्‍बद्ध अंतरराष्‍ट्रीय वैज्ञानिक दल के सदस्‍यों ने अपनी यात्रा शुरु कर दी है लेकिन चीन के अधिकारियों ने आवश्‍यक अनुमति नहीं दी। उन्‍होंने बताया कि यह दौरा विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के लिए महत्‍वपूर्ण है और संगठन जल्‍दी से जल्‍दी इसे पूरा करना चाहता है।

श्री घेब्रेयसिस ने कहा कि अंतरराष्‍ट्रीय विशेषज्ञों का यह दौरा डब्‍ल्‍यू.एच.ओ., चीन सरकार और अन्‍य देशों के बीच हुई सहमति के आधार पर तय किया गया था, जिसके तहत अंतरराष्‍ट्रीय दल वुहान जा रहा था।

चीन ने पहले कहा था कि वह डब्‍ल्‍यू.एच.ओ. के विशेषज्ञ दल को कोरोना वायरस की उत्‍पत्ति की जांच करने की अनुमति देगा।चीन ने इस आलोचना को भी गलत बताया है, वर्ष 2019 के आखिरी समय में सामने आए कोविड के मामलों से निपटने में वह विफल रहा।

लेकिन अमरीका के राष्‍ट्रपति डॉनल्‍ड ट्रम्‍प सहित कई नेताओं ने महामारी उभरने के दौरान चीन के रवैये पर सवाल उठाए हैं। ट्रम्‍प कई बार कोरोना वायरस को चाइना वायरस कह चुके हैं और बार-बार इस महामारी के लिए चीन सरकार को दोषी ठहराते रहे हैं।

अमरीका के विदेश मंत्री माइक पाम्‍पियों ने भी कोविड के मामले में गलत सूचनाएं प्रसारित करने और डब्‍ल्‍यू.एच.ओ. की जांच में बाधा डालने के लिए चीन की कम्‍यूनिस्‍ट पार्टी की निन्‍दा की है।

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