दुनियाभर में तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। 2015 में ऐसे लोगों की संख्या एक अरब 32 करोड़ थी जो 2020 में घटकर एक अरब 30 करोड़ हो गई है। WHO ने यह जानकारी देते हुए कहा कि साल 2025 तक तम्बाकू का सेवन करने वालों की संख्या और कम होकर एक अरब 27 करोड़ तक पहुंच सकती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 70 प्रतिशत तम्बाकू सेवनकर्ताओं को इस आदत को छोड़ने के लिए पर्याप्त सहायता नहीं मिल पा रही है।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घिबरेसिस ने बताया कि तम्बाकू के प्रयोग पर अंकुश लगाने का सबसे कारगर तरीका टैक्स लगाना है लेकिन तम्बाकू उत्पादों के अवैध कारोबार के सामने कर नीतियां भी प्रभावी नहीं हो पाती। तम्बाकू का अवैध कारोबार न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बना हुआ है बल्कि सरकार के राजस्व को भी नुकसान पहुंचाता है।