प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि द्रौपदी मुर्मू का देश की राष्ट्रपति बनना देश के लिए विशेष रूप से गरीबों, वंचितों और दलितों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। मोदी ने कहा कि समूचे राष्ट्र ने गर्व के साथ शपथ ग्रहण समारोह को देखा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू ने शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में आशा और करुणा का संदेश दिया है।
वर्ष 2015 में राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालने से पहले एक शिक्षक के रूप में सामुदायिक सेवा से सफर शुरू कर पार्षद और फिर ओडिशा में विधायक और मंत्री बनने वालीं मुर्मू ने कहा कि उन्होंने सार्वजनिक सेवा के माध्यम से जीवन का अर्थ महसूस किया है।
आदिवासी समुदाय से आने वाले प्रसिद्ध कवि भीम भोई को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मो जीबन पाछे नरके पड़ी थाउ, जगतो उद्धार हेउ’’, जिसका मतलब है कि दुनिया के कल्याण के लिए काम करना किसी के अपने हितों से कहीं अधिक है।