प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का उदघाटन किया। इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि हम आजादी के 75 साल पूरा करने वाले हैं और यह शताब्दी अपने महान सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अच्छा अवसर है। प्रधानमंत्री ने चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष के अवसर पर एक डाक टिकट भी जारी किया। उन्होंने कहा कि यह दिन हमारी आजादी की लड़ाई से जुड़ी एक ऐतिहासिक घटना के सौ साल पूरे होने की स्मृति में मनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चौरी-चौरा की घटना को शताब्दी समारोह के रूप में मनाया जाना उत्तर प्रदेश सरकार की सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि साल भर तक चलने वाले समारोह को स्थानीय कला, संस्कृति और आत्मनिर्भरता से जोड़ना हमारे स्वाधीनता सेनानियों के प्रति एक श्रद्धांजलि है। श्री मोदी ने कहा कि भारतीयों की एकता से दासता की जंजीरे टूटी है और आज हमारा देश विश्व की एक महाशक्ति है। उन्होंने कहा कि यही एकता हमारे आत्मनिर्भर भारत अभियान की असली बुनियाद है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया के अन्य देशों को कोविड के टीके उपलब्ध करा रहा है। देश में कोविड टीकाकरण का दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौर में भारत में दुनिया के डेढ़ सौ अधिक देशों को दवाओं और अन्य सामग्री की आपूर्ति की। श्री मोदी ने कहा कि हमारे स्वाधीनता सेनानियों की आत्माएं महामारी के दौर में किए जा रहे हमारे इन कार्यों पर गर्व महसूस कर रही होंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई विशेषज्ञों का मानना था कि सरकार कोविड महामारी के दौर में हुए नुकसान की भरपाई के लिए नागरिकों के कर में बढ़ोतरी करेगी, लेकिन हाल के बजट में एक भी नया कर नहीं लगाया गया है। यहीं नहीं सरकार ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए खर्च में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि महामारी की वजह से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद हमारे कृषि क्षेत्र का विस्तार हुआ है और किसानों ने उत्पादन का नया कीर्तिमान बनाया है। उन्होंने कहा कि कृषि को और बढ़ावा देने के लिए हमें अपने किसानों को अधिक सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि बाजारों को किसानों के लिए और अधिक फायदेमंद बनाने के लिए देश की एक हजार मंडियों को ई-नाम से जोड़ दिया गया है।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में साल भर तक चलने वाले चौरी-चौरा शताब्दी कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है। इसमें महान स्वाधीनता सेनानियों के स्मारकों पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा, राज्यभर में निबंध लेखन प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता और अन्य स्पर्धाएं भी आयोजित की जा रही है। इस वर्ष राज्य के सभी सरकारी विभाग अपने पत्र-व्यवहार में चौरी-चौरा शताब्दी के प्रतीक चिन्ह का उपयोग करेंगे। एक अनोखी पहल के तहत गोरखपुर डिविजन के सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को चौरी-चौरा शहीद स्मारक और अन्य स्मारकों को दिखाने के लिए ले जाया जाएगा।
राज्य सरकार ने नौजवान पीढ़ी को महान स्वाधीनता सेनानियों के बलिदानों के बारे में जानकारी देने के लिए एक अलग वेबसाइट–Chaurichaura100.com शुरू की है। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम में चौरी-चौरा की ऐतिहासिक घटना को शामिल करने का आदेश दिया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चौरी-चौरा स्मारक गए और उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज के दिन से हमारे स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा मिली थी।