प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा–भारत बंदरगाहों पर आधारित विकास के लिए प्रतिबद्ध, तमिलनाडु में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बंदरगाह-आधारित विकास के लिए केन्‍द्र सरकार की प्रतिबद्धता सागरमाला योजना के माध्यम से देखी जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु देश के औद्योगिक विकास में एक बड़ा योगदान दे रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोयंबटूर के कोडिसिया ट्रेड फेयर कॉम्प्लेक्स में एक समारोह में तमिलनाडु के पश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्रों के लिए 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के बुनियादी ढांचे और आवास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे।

श्री मोदी ने कहा कि उद्योग के विकास के लिए बिजली की निरंतर आपूर्ति बुनियादी जरूरतों में से एक है। उन्‍होंने कहा कि दो प्रमुख बिजली परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करके और एक और विद्युत परियोजना की आधारशिला रखते हुए उन्‍हें बड़ी प्रसन्‍नता हो रही है।

श्री मोदी ने कहा कि कोयम्बटूर उद्योग और नवाचार का शहर है। उन्‍होंने यह भी कहा कि आज जिन विकास कार्यों की शुरूआत हुई है उससे कोयंबटूर और समूचे तमिलनाडु को लाभ मिलेगा।

भवानीसागर बांध के आधुनिकीकरण के बारे में उन्होंने कहा कि इससे 2 लाख एकड़ भूमि की सिंचाई हो सकेगी और राज्य में किसानों को लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान संत तिरुवल्लुवर का उदहारण देते हुए कहा कि किसान ही वास्तव में जीवनदाता हैं क्‍योंकि उन्‍हीं की वजह से और सभी जीते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में समुद्री व्यापार और बंदरगाह आधारित विकास का एक शानदार इतिहास रहा है और उन्‍हें इस बात की बड़ी प्रसन्‍नता है कि वे तूतीकोरिन में वी० ओ० चिदंबरनार वीओसी पोर्ट से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ कर रहे हैं। उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानी चिदंबरनार के प्रयासों को याद करते हुए कहा कि भारतीय नौवहन उद्योग और समुद्री विकास के लिए उनका दृष्टिकोण देश को बहुत प्रेरित करता है।

श्री मोदी ने कहा कि आज शुरू की गई परियोजनाओं से बंदरगाह में कार्गो संचालन और सुदृढ़ होगा और पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित बंदरगाहों के विकास में भी मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि 2015 से 2035 की अवधि के दौरान कार्यान्वयन के लिए 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कुल लागत वाली लगभग 575 परियोजनाओं की पहचान की गई है। इनमें बंदरगाहों के आधुनिकीकरण, नए बंदरगाहों के विकास, बंदरगाह सम्‍पर्क बढ़ाने और तटीय सामुदायिक विकास क्षेत्र शामिल हैं।

विकास और पर्यावरण के गहरे सम्‍बंध का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि चि‍दम्‍बरनार बंदरगाह ने पहले से ही 500 किलोवाट का सौर बिजली घर स्थापित किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति की गरिमा सुनिश्चित करना विकास का मूल है। उन्‍होंने कहा कि लोगों के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए पीएम आवास योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि 4 हजार एक सौ 44 छोटी आवसीय इकाइयों का उद्घाटन करते हुए उन्‍हें बड़ी प्रसन्‍नता हो रही है क्‍योंकि यह घर उन लोगों को सौंपे जाएंगे जिनके पास आजादी के 70 साल बाद भी सिर पर छत नहीं रही है।

प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के पूर्व एम०जी० रामचंद्रन और जे जयललिता को भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई० पलनीसामी और उपमुख्यमंत्री ओ० पन्‍नीरसेलवम और केंद्रीय कोयला, संसदीय कार्य और खानमंत्री, प्रहलाद वेंकटेश जोशी ने भी अपने विचार व्‍यक्‍त किए।

इससे पहले श्री मोदी का कोयम्‍बटूर पहुंचने पर जोरदार स्‍वागत किया गया। तमिलनाडु के राज्‍यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्‍यमंत्री ई० पलानीसामी और उपमुख्‍यमंत्री ओ० पन्‍नीरसेलवम ने कोयम्‍बटूर हवाई अड्डे पर उनका स्‍वागत किया। इस अवसर पर परम्‍परागत नृत्‍य और चेन्‍दा मेला भी प्रस्‍तुत किया गया।

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