भारत ने ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा बनाए जाने वाले बांध को लेकर अपना पक्ष और चिंताएं व्यक्त की हैं। भारत को अपने क्षेत्र में नदी के जल के प्रयोग का नैतिक अधिकार है। भारत ने चीन के अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि नदी के ऊपरी क्षेत्र में की जाने वाली गतिविधियों से नीचे के क्षेत्र वाले राज्यों के हित प्रभावित न हों। मीडिया के एक सवाल के जबाव में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार ब्रह्मपुत्र नदी पर हो रही सभी गतिविधियों पर निगाह बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि चीन ने कई बार यह स्पष्ट किया है कि उसके द्वारा चलायी जा रही पनबिजली परियोजनाओं से ब्रह्मपुत्र नदी के जल के प्रवाह पर कोई असर नहीं पडेगा।
प्रवक्ता ने कहा कि 2006 में स्थापित संस्थागत विशेषज्ञ स्तर की व्यवस्था के अंतर्गत और कूटनीतिक स्तरों पर सीमा के आर-पार वाली नदियों से संबंधित विभिन्न मामलों पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि भारत अपने हितों के संरक्षण के लिए सीमा के आर-पार बहने वाली नदियों को लेकर चीन से बातचीत जारी रखने का इच्छुक है।