विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार को मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण, मंदिरों को तोड़े जाने, अवैध धर्मांतरण,, हिंदू मान्यताओं और देवी-देवताओं के प्रति हेट स्पीच के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए इन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। तमिलनाडु के कांचीपुरम में दो दिवसीय केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक के बाद चेन्नई में मीडिया को संबोधित करते हुए विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि सभी राज्य सरकारों को अवैध कन्वर्जन और लव जेहाद पर प्रभावी रोक लगाने के लिए कानून बनाना चाहिए।
2024 में स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने पर कार्य योजना की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि परिषद एक करोड़ से अधिक सदस्य जोड़ेगी और 15 लाख कार्यकर्ताओं के साथ इसकी इकाइयों की संख्या एक लाख तक पहुंचाई जाएगी।
डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा कि समूचे हिंदू समुदाय को तमिलनाडु पर गर्व है, जहां हजारों वर्षों से हिंदू धर्म ध्वजा फहरा रही है। तमिलनाडु पूज्य श्री तिरुवल्लुवर, पूज्य श्री रामानुजाचार्य, पूज्य श्री वल्लालार जैसे गुरुओं और संतों की पावन स्थली रही है। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में तमिलनाडु हिंदू जागरण के क्षेत्र में सदैव अग्रणी रहा है। केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक पुरातन पावन नगरी कांचीपुरम में रविवार को संपन्न हुई। विहिप को विश्वास है कि यह बैठक हिंदू समाज को सक्षम और समरसतापूर्ण बनाने में मील का पत्थर सिद्ध होगी।