केंद्र ने कहा है की सबूतों के आधार पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया-पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई की गई है। नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में अजय मिश्रा ने कहा कि यदि पीएफआई की गतिविधियां देश के लिए घातक नहीं होती तो उस पर प्रतिबंध क्यों लगाया जाता।
विश्व हिंदू परिषद ने अपने अधिकृत ट्वीटर हैंडल पर गृह मंत्रालय के इस फैसले की पर ख़ुशी व्यक्त की है। वीएचपी के डॉ. सुरेन्द्र जैन ने कहा है कि ‘पीएफआई जैसी राष्ट्र विरोधी शक्तियों को समाप्त करने के लिए उठाए गए कदम का विश्व हिंदू परिषद स्वागत करती है और आशा करती है कि उनके सहयोगी भी इस घटना से सबक लेंगे।
हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट में कहा ‘मैं भारत सरकार द्वाराPFI पर प्रतिबंध का लगाने के फैसले का स्वागत करता हूं। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ है कि देश के खिलाफ पैशाचिक, विभाजनकारी या विघटनकारी साजिश रचने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटा जाएगा। ’
I welcome the ban on (Popular Front of India) PFI by the Government of India.
The Government is firm in its resolve to ensure that anyone with a diabolical, divisive or disruptive design against India shall be dealt with iron fist.
India of Modi Era is Decisive & Bold.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 28, 2022