हिजाब की आड़ में अराजकता से बाज आएं जिहादी : डॉ सुरेन्द्र जैन(VHP)

विश्व हिन्दू परिषद ने कहा है कि कर्नाटक के उडुपी से प्रारंभ हुआ हिजाब विवाद वास्तव में हिजाब की आड़ में जिहादी अराजकता फैलाने का एक षड्यंत्र है।  उडुपी के एक विद्यालय में 6 लड़कियों के द्वारा विद्यालय का निर्धारित गणवेश ना पहनने की नाजायज जिद ने एक चिंगारी का रूप धारण कर लिया। पीएफआई जैसे कट्टर इस्लामिक संगठन संपूर्ण कर्नाटक में अराजकता निर्माण करने का एक बड़ा षड्यंत्र रच रहे हैं। बागलकोट जैसे कई स्थानों पर जिहादियों द्वारा की गई पत्थरबाजी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। हिन्दू समाज व देश के जागरूक नागरिक उनके इन षडयंत्रों को सफल नहीं होने देंगे।

संभवतया ये कर्नाटक में शाहीन बाग दोहराना चाहते हैं। विहिप इन सभी अराजक तत्वों को स्पष्ट करना चाहती है कि कर्नाटक सरकार की सजगता और हिंदू समाज की सक्रियता के कारण वे सफल नहीं हो पाएंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के परोक्ष समर्थन के कारण ही वे दिल्ली के नागरिकों को त्रस्त कर पाए थे।

डॉ सुरेंद्र जैन ने बताया कि इस षड्यंत्र की कठपुतली बनी उडुपी की लड़कियों ने विद्यालय में प्रवेश के समय ही जिस फार्म पर हस्ताक्षर किए थे उसमें स्पष्ट लिखा था कि वह विद्यालय का गणवेश पहनकर ही कक्षा में आएंगी। विद्यालय के विद्यार्थी नियमों का पालन करेंगे तो ही वहां शिक्षा प्राप्त करने का वातावरण बनता है। ये लड़कियां गणवेष पहन कर आ भी रही थीं। हिजाब पहन कर ही आने की उनकी इस जिद ने जिस प्रकार अचानक ही आक्रामक रूप धारण कर लिया उससे स्पष्ट होता है कि यह जिहादी षड्यंत्र का ही एक भाग है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या हिंदुओं को अपमानित कर जेहादी आग को भड़काने का यह अपराध उनके निर्देश पर हुआ है? यदि नहीं तो उन पर सख्त कार्यवाही करके कांग्रेस के दामन पर लगे दागों को साफ करने का प्रयास करना चाहिए।

विहिप कर्नाटक सरकार से अपील करती है कि वह इन सभी षड्यंत्रों का पर्दाफाश करें और इनका मजबूती से दमन करें जिससे वे इस जिहादी आग को देशभर में ना फैला पाएं।

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