संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही पेगासस जासूसी, कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों पर बार-बार बाधित रही। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में आज दूसरे स्थगन के बाद जब 12 बजे कार्यवाही शुरू हुई तो पीठासीन अधिकारी ने विपक्षी सदस्यों के स्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिये।
राज्यसभा में भी हंगामा जारी रहा। जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार किसानों के प्रदर्शन और मूल्य वृद्धि पर चर्चा के लिए सहमत है। लेकिन उन्होंने पेगासस जासूसी और अन्य मुद्दों पर कांग्रेस, वामदलों, टीएमसी और अन्य दलों के सदस्यों के स्थगन नोटिस अस्वीकार कर दिये।
इसके बाद विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये। श्री नायडू ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों से सीटों पर जाने को कहा। विरोध प्रदर्शन जारी रहने के बीच सभापित ने अनुचित व्यवहार करने वाले सदस्यों को निलंबित किये जाने की चेतावनी दी। उन्होंने सचिवालय से उन सदस्यों के नाम देने को कहा जो सदन के बीच में आ गये थे। बाद में सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई। इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस के नवनिर्वाचित सदस्य जवाहर सरकार को शपथ दिलाई गई।