विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोविड-19 का अधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा की तुलना में कम घातक प्रतीत हो रहा है। लेकिन संगठन ने चेतावनी दी कि इसे हल्का नहीं समझा जाना चाहिए। इस वैरिएंट से संक्रमित लोगों को अस्पताल में दाखिल कराने की जरूरत कम पडी़।
उन्होंने पूरी दुनिया में टीकों की समान उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण की मौजूदा दर से दुनिया के 109 देश जुलाई तक 70 प्रतिशत नागरिकों के पूर्ण टीकाकरण के विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्य पूरा नहीं कर पायेंगे।
उन्होंने कहा कि जब तक अरबों लोग टीकाकरण से वंचित और असुरक्षित रहेंगे केवल कुछ देशों में बूस्टर के बाद बूस्टर डोज से महामारी का अंत नहीं होगा।