कश्मीर में आंतकवादी के हमले में शहीद हुए मेजर आशीष के परिजनों के घर माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। मेजर की शहादत पर पानीपत समेत पूरे देश को गर्व है। मेजर आशीष के चाचा ने बताया कि बेटे की शहादत पर हमें गर्व है लेकिन इस दुख की घड़ी में आंखों के आंसू नहीं थम रहे हैं।
बहनोई सुरेश ने बताया कि 23 अक्टूबर को आशीष का जन्मदिन था और शनिवार को टीडीआई सिटी में नए घर के मुहूर्त पर उसने पहुंचना था। सुरेश ने बताया कि मेजर के भाई भी आर्मी में सेवा के पद पर है और पुणे में पोस्टिंग है। मेजर शहीद मेजर आशीष के पार्थिव शरीर तीन से चार बजे तक लाया पहुचेगा और उनका अंतिम संस्कार उनके गांव बिंझौल में किया जाएगा लेकिन उससे पहले उनके नव निर्माण घर टीडीआई में लेकर जाया जाएगा।
अनंतनाग मुठभेड़ में वीर गति को प्राप्त कर्नल मनप्रीत सिंह के ससुर जगदेव सिंह ने बताया, हमें इस बारे में कल शाम पता चला। अभी उनको सेना मेडल भी मिला था। बताया जा रहा है कि 4-5 बजे तक उनका शव मोहाली पहुंच जाएगा।











