पिछले महीने की 13 तारीख से संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा का ‘किसान आंदोलन’ जारी है। दिल्ली कूच करते हुए किसान आंदोलन-2 पंजाब और हरियाणा की शंभू और खानौरी बॉडर पर पहुंचे, जहां पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई। इस दौरान एक किसान की मौत भी हो गई। इस बीच, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर रविवार को देशभर के किसानों से विरोध प्रदर्शन के लिए 6 मार्च को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया, जबकि उन्होंने मांगों के समर्थन में 10 मार्च को चार घंटे के देशव्यापी ‘रेल रोको’ अभियान का भी आह्वान किया।
पंढेर और डल्लेवाल ने कहा, कि मौजूदा प्रदर्शन स्थलों पर किसानों का आंदोलन तेज किया जाएगा और तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं कर लेती। दोनों किसान नेता पंजाब-हरियाणा की सीमा पर स्थित खनौरी ‘बॉर्डर’ पर 21 फरवरी को पुलिस के साथ झड़प के दौरान मारे गए किसान शुभकरण के बठिंडा जिले में स्थित उनके पैतृक गांव बलोह में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘शंभू और खनौरी में आंदोलन पहले की तरह जारी रहेगा और इसे और तेज किया जाएगा। मांगें पूरी होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। ’ पंधेर ने कहा कि इस आंदोलन को देशभर में फैलाने के लिए दोनों मंचों ने देश भर के किसानों और मजदूरों से आह्वान किया है…कि सरकार पर उनकी मांगों के लिए दबाव बनाने के वास्ते 10 मार्च को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक देश में ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन करें।










