भगवान राम की 823 फीट ऊंची प्रतिमा बनाने की तैयारी

22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में राममला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के इंतजार में पूरी दुनिया की निगाहें इस समय इस बात पर टिकी है कि राम जन्मभूमि पर भगवान रामलला का कौन सा स्वरूप स्थापित किया जाएगा, क्योंकि तीन मूर्तिकारों ने अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया है।

इनमें से किसी एक मूर्ति को मंदिर ट्रस्ट फाइनल करेगा। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने और BJP नेता बीएस येदियुरप्पा ने ट्वीट कर बताया था कि कर्नाटक के मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज की मूर्ति फाइनल की गई है। हालांकि मंदिर ट्रस्ट की तरफ से इस बात का ऐलान होना बाकी है। इन सबके बीच खबर है कि आने वाले समय में भगवान राम की नगरी अयोध्या विश्व रिकॉर्ड भी बना सकती है।

दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का रिकॉर्ड 790 फीट है, जो गुजरात के केवड़िया में बनी सरदार पटेल की प्रतिमा है। इसे दुनिया अब स्टैचू ऑफ यूनिटी के नाम से जानती है। हालांकि इस प्रतिमा का 70 से 80% काम चीन में किया गया था। नरेश कुमावत का दावा है कि अगर उन्हें बजट की फाइनल मंजूरी मिल जाती है तो भगवान राम की प्रतिमा पहली पूरी तरह स्वदेशी प्रतिमा होगी जो इतनी ऊंची बनाई जाएगी। दुनिया का चौथा सबसे बड़ा स्टेचू होने का रिकॉर्ड राजस्थान के नाथद्वारा में लगी हुई भगवान शिव की प्रतिमा है।

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