दिल्ली सरकार ने मुंडका आग की घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को 10 -10 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
रोहतक रोड स्थित इस इमारत में कई कंपनियों का कार्यालय है। शुक्रवार शाम 4.45 बजे इमारत की पहली मंजिल में आग लगने का पता चला। पहली मंजिल पर सीसीटीवी कैमरों और राउटर बनाने वाली कंपनी का कार्यालय व गोदाम है। इसी मंजिल पर एक बैठक चल रही थी, जिसमें लगभग 50 कर्मचारी मौजूद थे। आग लगने से वहां अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। कुछ लोग भाग निकले, लेकिन ज्यादातर फंस गए। आग तेजी से ऊपर की मंजिलों में फैल गई और भयानक रूप ले लिया। आग की लपटें आसमान छू रही थीं।
उन्होंने कहा कि यह भीषण आग थी और इसमें कई लोग मारे गए। शव इस हद तक जल गए कि उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने मृतकों की शिनाख्त के लिए जरूरी मदद दी है। पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने कहा कि 27 शव बरामद कर लिए गए हैं लेकिन उनमें से 25 की पहचान अभी बाकी है।
उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक टीम डीएनए सैंपल की जांच करेगी। 28 लोगों के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गयी है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल राहत और बचाव अभियान में लगा है। अब तक कुल 50 लोगों को बचाया गया है।