बांग्लादेश के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नराइल लोहागरा उपजिला के दिघोलिया गांव में हिन्दुओं के मकानों और व्यापारिक स्थलों पर हाल के हमले की निंदा की है और जांच के आदेश दिए हैं।
आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे साम्प्रदायिक हमले बांग्लादेश जैसे गैर- साम्प्रदायिक देश में स्वीकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर अन्य धर्मों का अपमान करने, मकानों और मंदिरों पर हमला करने और लूट पाट के लिए कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
दिघोलिया गांव में शुक्रवार को पैगम्बर मोहम्मद के बारे में फेसबुक पर कथित अपमान जनक टिप्पणी पोस्ट करने को लेकर हिन्दू समुदाय के कई मकानों, दुकानों और मंदिरों पर हमले किए गए और आग लगा दी गई।
इस बीच, मुक्ति संग्राम सेनानी संगठन, मुक्तिजोद्धा मंच ने घटना के विरोध में कल ढाका में जुलूस निकाला और मानव श्रृंखला बनाई। संगठन के महासचिव अल-मामून ने ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों को दंड देने के लिए न्यायिक जांच आयोग गठित करने की मांग की।