उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने मंगलवार को संगम में आध्यात्मिक स्नान किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सहयोगी रूप से उपस्थित थे। इस समारोह में गंगा पूजन के साथ पारंपरिक रीतियों का पालन किया गया।
भूटान नरेश और मुख्यमंत्री योगी अरैल घाट से नौका द्वारा संगम पहुंचे, जहां उन्होंने संगम स्नान का अनुभव लिया। भूटान नरेश के संगम आगमन को विशेष महत्व दिया गया, और मुख्यमंत्री योगी व भूटान नरेश ने पक्षियों को दाना देकर प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता का प्रदर्शन किया। इसके बाद, दोनों का लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट दर्शन-पूजन के लिए जाने का कार्यक्रम भी निर्धारित था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के इस भव्य आयोजन के प्रति अपना समर्थन दर्शाते हुए एयरपोर्ट पर भूटान नरेश की अगवानी की। पुष्पगुच्छ प्रदान कर मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया और आपसी सौहार्द को प्रगाढ़ किया। भूटान नरेश ने भी मुख्यमंत्री के इस सद्भावना पूर्ण व्यवहार का कुशल प्रत्युत्तर दिया।
भूटान नरेश का स्वागत भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को सम्मानित करते हुए किया गया। कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत की, जिसे वांगचुक ने सराहा।
वसंत पंचमी के उपलक्ष्य में, महाकुंभ में अंतिम अमृत स्नान संपन्न हुआ, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। तीर्थ यात्रियों और अखाड़ों के स्नान का यह क्रम संगम तट पर चलता रहा, जिसमें सुरक्षा प्रबंधों पर विशेष ध्यान दिया गया। सरकार की ओर से तीर्थ स्थल पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई।











