पहलगाम में आतंकी हमले के परिणामस्वरूप, भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया है। जम्मू-कश्मीर में 26 पर्यटकों की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान के प्रति कठोर रुख अपनाया है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पंजाब के गुरदासपुर जिले के सीमावर्ती गांवों में सतर्कता स्तर को बढ़ा दिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने स्थानीय निवासियों को पूर्ण सतर्कता बरतने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय किसानों ने अपनी चिंताएं व्यक्त करते हुए बताया कि वे युद्ध की स्थिति से बचना चाहते हैं। गुरतार सिंह जैसे किसानों ने स्पष्ट किया कि पहले के अनुभवों के आधार पर, युद्ध सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।
बीएसएफ अधिकारियों ने किसानों को जल्द से जल्द अपनी फसलों की कटाई करने की सलाह दी है। इसके पीछे प्रमुख कारण संभावित सुरक्षा जोखिमों से बचाव करना है।
स्थानीय किसानों ने शांति की अपील की है और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया है। उनका मानना है कि युद्ध किसी को लाभ नहीं पहुंचाएगा और केवल मानवीय क्षति होगी।
वर्तमान परिस्थितियां अत्यंत संवेदनशील हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग अधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं। सुरक्षा बलों की निगरानी और सतर्कता बरकरार है।